नव संवत्सर

नए वर्ष का करें स्वागत ,हम ,तुम ,जी भर
नव संवत्सर,नव संवत्सर ,नव संवत्सर
हुआ आज दुनिया का उदभव ,ख़ुशी मनाएं
खेतों में पक गया अन्न नव,ख़ुशी मनाये
किया विश्व निर्माण विधि ने ,आज दिवस है
शीत ग्रीष्म की वय संधि है ,आज दिवस है
शुरू चैत्र नवरात्र हुए,कर देवी पूजन
मातृशक्ति और नारी शक्ति का कर आराधन
हम समृद्ध हों,ऊंची उड़े पतंग हमारी
खुशियाँ फैले, कायम रहे उमंग हमारी
गुड और इमली ,कालीमिर्च ,नीम की कोंपल
खाकर रखें,स्वस्थ जीवन को ,पूर्ण वर्ष भर
आने वाला वर्ष ख़ुशी दे और हो सुखकर
नव संवत्सर,नव संवत्सर ,नव संवत्सर
(नूतन वर्ष की शुभ कामनाएं )

मदन मोहन ‘बाहेती घोटू’